ये दोस्त जो मेरे हैं साले
ये जान से मेरे हैं प्यारे
कभी टांग खिंचाई करते हैं
हर बात पे ऊँगली करते हैं
पर सांसों के चलने से पहले
जज़्बातों को समझा करते हैं
ये दोस्त जो मेरे हैं साले।
बोलूं ना भी तो सुनते हैं
क्षमता की फिर ले लेते हैं
अपना नैपुण्य दिखा कर फिर
भंवर से निकाला करते हैं
ये दोस्त जो मेरे हैं साले।
कभी फोन पे ना मिलना उनका
कभी मिलना अति गर्मजोशी से
कभी कंधे पे हल्के से हाथ रख
गूढ़ ज्ञान जीवन का दे जाना
ये दोस्त जो मेरे हैं साले।
ना पीना हो पर फिर भी
Senti कर plan बनाते हैं
समझ जाते निर्मेय मेरे
समाधान पी पी कर बताते हैं
ये दोस्त जो मेरे हैं साले।
इनकी सर्वत्र उपस्तिथि ने
मेरा जीवन उत्कृष्ट किया
इनकी एक एक स्पर्श ने
मेरी क्षमता निर्दिष्ट किया
ये दोस्त जो मेरे हैं साले।
ये सौतन सी मेरी भार्या के
हर बात पे रोया करते हैं
कभी हँसते हैं कभी बस यूँ ही
मेरे life में घुस जाया करते हैं
ये दोस्त जो मेरे हैं साले।
तेरा होना मेरा होना है
तेरा निकलना मेरा बर्हिगमन
तेरा साथ है तो मैं, मैं हूँ
तेरा ना होना मेरा निर्गमन
ये दोस्त जो मेरे हैं साले।
- अमितेश
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