कई सफर किये हैं अब तक मैंने
कई राहें अब तक नापी है
कुछ सफलताओं के किस्से लिखे
कुछ असफलताएं मैंने पायी है
पर फिर भी मुझमें अब भी
मेरा मैं कुछ बाकी है।
कई ज़ख्म मेरे दिल पे लगे
कई सुन्दर यादें बनाई है
कुछ बातों ने गहरे मारा
कुछ मुस्कानों ने जीवन भरे
पर इन बातों के दरमियां भी
मेरा कुछ मैं अभी बाकी है।
कुछ दिन बेहाली में गुजरे
कुछ अच्छे पल मैंने भी बिताए हैं
कुछ दिन जेबें थीं खाली सी
कुछ दिन दिल भरे रहे मेरे
पर इन खट्टे मीठे अनुभवों में भी
मेरे मन का मैं अभी बाकी है।
कई आलोचनाएं मुझको मिले
कई बार मुझे समझा सा गया
कई बार विभेद हुआ मेरा
कई राय मेरे लिए अच्छे से बने
पर इन दुविधाओं में भी
मेरे अंदर का मैं अभी बाकी है।
कुछ लोग मुझे अपने से मिले
कुछ लोगों ने भितराघात किया
कुछ पराए भी अपने से लगे
कुछ अपने पराए बन से गए
इन रिश्तों के जंजालों में भी
मुझमे मेरा मैं अभी बाकी है।
कई बार समय ने ख़त्म किया
कई बार वक़्त ने सम्हाला मुझको
कई बार वीरानी दुनिया हुई
कई बार जहां आबाद रही
इन जीवन की आपाधापी में भी
मैं ख़त्म अभी भी नहीं हुआ।
मेरी सांसें अभी मुखर ही है
मैं रहूंगा हमेशा अनंत तलक
अपने आत्मविश्वास को समेटे हुए
मैं प्रयास अनवरत करता रहूँगा
जब भी सब कुछ खत्म सा होगा
मेरा मैं फिर भी बाकी होगा
मुझमे मेरा मैं बाकी होगा।
- अमितेश