शुक्रवार, 22 मार्च 2013

सतरंगी ज़िन्दगी

कई रंग हैं ज़िन्दगी के
कुछ रंग बेगाने से
कुछ के रंग हैं अपने से
कुछ तो बिलकुल अंजाने से
कुछ कुछ जाने पहचाने से
कुछ रंग जीवन से रंगीन
कुछ काले एकदम ग़मगीन
कुछ ख़ुमारी से भरपूर
कुछ यूँ हीं बेकदर बेनूर
कई रंग हैं ज़िन्दगी के.

कुछ मधुर मुस्कान की तरह
कुछ अल्हड़ अंजानी पहचान की तरह
कुछ गुलमोहर के पुष्प की तरह
कुछ खुश्क उस धूप की तरह
कुछ बच्चों की किलकारी की तरह
कुछ सतरंगी पिचकारी की तरह
कई रंग हैं ज़िन्दगी के.


कुछ तपती दोपहरी शीतल झुरमुट की तरह
कुछ अलसाई अल्हड़ बाला की तरह
कई रंग हैं ज़िन्दगी के.


फसल को जीवन देती बारिश की बूंदों की तरह
जीवन भरते उन सफ़ेद धुन्धों की तरह
कई रंग हैं ज़िन्दगी के

कुछ तुम्हारी निर्मल मुस्कान की तरह
कुछ तेरे रूप में मिले वरदान की तरह
कई रंग हैं ज़िन्दगी के.

- अमितेश

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